संगीत कार्यशाला
दिनांक :14 Oct 2023
भारती शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय में संगीत की महत्ता सनातन धर्म और भारतीय संस्कृति पर विशेष चर्चा हुआ। आज दिनांक 14 अक्टूबर 2023 को भारती शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय के वंदना कक्ष में महालय के दिन संगीत कार्यशाला का का आयोजन किया गया, जिसमें कार्यशाला के प्रशिक्षक डॉ राकेश कुमार मिश्रा , श्याम नंदन सहाय महाविद्यालय मुज़फ़्फ़रपुर के संगीत प्राध्यापक रहे। महाविद्यालय में प्रभारी प्राचार्य राजेश कुमार वर्मा जी ने डॉ राकेश कुमार मिश्रा को अंग वस्त्र दे कर उनका स्वागत और सम्मान किया । उन्होंने ने शिक्षा में संगीत की महत्ता और उसका उपयोग पर अपना विचार महाविद्यालय के बीएड और डीएलएड के विद्यार्थियों को बताया । उन्होंने साथ मे एक भजन, ख्याल ,धुरूपद्द को भी प्रायोगिक ढंग से बताया और समझाया । सभी विद्यार्थियों को उन्होंने ने एक भजन भी सिखाया । जन्म से मृत्यु तक जीवन में संगीत विद्यमान रहता है ,इसके बिना जीवन संभव नहीं है । शिक्षा में संगीत को शामिल करने का उद्देश्य सभी विद्यार्थियों को इस कार्यशाला में समझ मे आया । साथ मे उन्होंने सनातन धर्म और संस्कार पर भी बात की । विद्यार्थियों ने इस तरह के कार्यशाला का आयोजन बार बार करवाने के लिए माँग किया । इस कार्यशाला में तबला पर मुज़फ़्फ़रपुर के चर्चित तबला वादक शाश्वत जी ने संगत किया । इस कार्यशाला के संवन्यक महाविद्यालय के संगीत के सहायक प्राध्यापक सुजीत कुमार दुबे थे । और साथ मे इसकी रूप रेखा महाविद्यालय के पेंटिंग के सहायक प्राध्यापक मनोज कुमार ने बनाया । महाविद्यालय के इस कार्यशाला में महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य राजेश कुमार वर्मा , सभी प्राध्यापक और सभी कार्यकर्ता भी उपस्थित थे। कार्यशाला का आयोजन बहुत बढ़िया रहा । मीडिया प्रमुख डॉ सौरभ
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संगीत कार्यशाला
दिनांक :14 Oct 2023
आज दिनांक 14 अक्टूबर 2023 को भारती शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय के वंदना कक्ष में महालय के दिन संगीत कार्यशाला का का आयोजन किया गया, जिसमें कार्यशाला के प्रशिक्षक डॉ राकेश कुमार मिश्रा , श्याम नंदन सहाय महाविद्यालय मुज़फ़्फ़रपुर के संगीत प्राध्यापक रहे। महाविद्यालय में प्रभारी प्राचार्य राजेश कुमार वर्मा जी ने डॉ राकेश कुमार मिश्रा को अंग वस्त्र दे कर उनका स्वागत और सम्मान किया । उन्होंने ने शिक्षा में संगीत की महत्ता और उसका उपयोग पर अपना विचार महाविद्यालय के बीएड और डीएलएड के विद्यार्थियों को बताया । उन्होंने साथ मे एक भजन, ख्याल ,धुरूपद्द को भी प्रायोगिक ढंग से बताया और समझाया । सभी विद्यार्थियों को उन्होंने ने एक भजन भी सिखाया । जन्म से मृत्यु तक जीवन में संगीत विद्यमान रहता है ,इसके बिना जीवन संभव नहीं है । शिक्षा में संगीत को शामिल करने का उद्देश्य सभी विद्यार्थियों को इस कार्यशाला में समझ मे आया । साथ मे उन्होंने सनातन धर्म और संस्कार पर भी बात की । विद्यार्थियों ने इस तरह के कार्यशाला का आयोजन बार बार करवाने के लिए माँग किया । इस कार्यशाला में तबला पर मुज़फ़्फ़रपुर के चर्चित तबला वादक *शाश्वत* जी ने संगत किया । इस कार्यशाला के संवन्यक महाविद्यालय के संगीत के सहायक प्राध्यापक सुजीत कुमार दुबे थे । और साथ मे इसकी रूप रेखा महाविद्यालय के पेंटिंग के सहायक प्राध्यापक मनोज कुमार ने बनाया । महाविद्यालय के इस कार्यशाला में महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य राजेश कुमार वर्मा , सभी प्राध्यापक और सभी कार्यकर्ता भी उपस्थित थे। कार्यशाला का आयोजन बहुत बढ़िया रहा । *मीडिया प्रमुख डॉ सौरभ*
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नई शिक्षा नीति से देश की भावी पीढ़ी को सही दिशा मिलेगी: पूर्व कुलपति डॉक्टर गोपाल जी त्रिवेदी
दिनांक :03 Jun 2022
मुजफ्फरपुर (जनमन भारत संवाददाता)। भारती शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय एवं लोक शिक्षा समिति बिहार द्वारा आयोजित सेमिनार में पूर्व कुलपति डॉक्टर गोपाल जी त्रिवेदी ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति से देश की भावी पीढ़ी को सही दिशा मिलेगी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति देश के नौजवानों में आशा का संचार करेगा। उन्होंने कहा कि आज शिक्षा ग्रहण कर लोग रोजगार के लिए भटक रहे हैं। शिक्षा का उद्देश्य लोगों को निराश नहीं करके सही दिशा की तरफ ले जाना होना चाहिए। राष्ट्रीय शिक्षा नीति से जॉब के लिए शैक्षणिक माहौल सुदृढ़ होगा। लोगों में राष्ट्रीयता की भावना जागृत होगी। उन्होंने कहा कि जिस देश के नौजवानों में निराशा की भावना जागृत हो जाएगी। उसका फिर से विकास संभव नहीं है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति लोगों में आशा का संचार करेगा। लोक शिक्षा समिति बिहार के तत्वावधान में राष्ट्र पुनर्निर्माण के संदर्भ में राष्ट्रीय शिक्षा नीति विषय पर बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय के सीनेट हॉल में शैक्षणिक गोष्ठी हुई। जिसकी अध्यक्षता प्रोफेसर कैलाश चंद शर्मा ने की। संचालन डॉक्टर दीप्तांशु भास्कर ने किया। डॉक्टर अजीत कुमार पांडे ने अतिथियों का परिचय कराया और अतिथियों को अंग वस्त्र और स्मृति चिन्ह देकर अभिनंदन किया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के बाद वंदना से हुई। गोष्ठी में आए मुख्य वक्ता कियन रघुनंदन ने कहा कि हमारे देश में शिक्षा नीतियों की कमी नहीं रही हैं। हर शिक्षा नीति देश के दृष्टि से आकर्षक रही हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति का क्रियान्वयन इस सरकार में सही से होगा, ऐसा लोगों का विश्वास है। जब तक हम अपने देशहित में नहीं पड़ेंगे। हमारी शिक्षा का भारतीय करण नहीं होगा। सेवानिवृत्त आईपीएस सुकन पासवान प्रज्ञा चक्षु ने कहा की है राष्ट्रीय शिक्षा नीति लोगों में राष्ट्रीयता की भावना को प्रबल करेगी। ऐसा विश्वास है। इसके पूर्व विषय प्रवेश राकेश पांडे ने कराया। जबकि प्रोफ़ेसर श्री प्रकाश पांडे, डॉक्टर सुबोध कुमार आदि ने अपने-अपने विचार रखें। मौके पर डॉक्टर भारद्वाज, मधुमंगल ठाकुर, नकुल कुमार शर्मा, रामलाल, धीरेंद्र कुमार सिंह, मधु, पंकज कुमार आदि भी मौजूद रहे।
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